C language एक general purpose (सामान्य ) उपयोग में आने वाली computer programming भाषा हैं ।C प्रोग्रामिंग भाषा को high level language (उच्च स्तरीय भाषा ) के नाम से भी जाना जाता हैं । High level का यहाँ पर मतलब हैं जिस लैंग्वेज (programming language) में अंग्रेजी अक्षरो, संख्याओ एवं चिन्हो का प्रयोग करके प्रोग्राम लिखा जाता है उच्च स्तरीय भाषा ( High level language) कहलाती हैं । C प्रोग्रामिंग में प्रोग्राम को high level langauge में लिख कर low level लैंग्वेज में convert किया जाता हैं । low level language से यहाँ पर मतलब हैं यह बाइनरी कोड (010101) में लिखी होती हैं जिसे समझना बहुत ही कठिन होता हैं । इसे मशीन भाषा (Machine Language ) भी कहते हैं । यह भाषा केवल बाइनरी कोड के अनुसार लिखनी होती हैं । low level language को वह ही समझ सकता हैं जिसे कंप्यूटर की आन्तरिक और बहरी सरंचना Internal Architecture and Organization का काफी ज्ञान होता हैं ।
low level language बहुत ही कठिन होती हैं । low level language का उपयोग तब किया जाता था जब तक high level language को विकशित ना किया गया था ।
साधारण Hindi भाषा में समझे तो C programming language में जो भी प्रोग्राम लिखे जाते हैं जिसमे English के वर्ड्स (words) , symbols , digits का प्रयोग किया जाता हैं यानि की इन्हें आसानी से लिखा और पढ़ा जा सकता हैं तो ये high level language में आजाती हैं । अब high level langauge में प्रोग्राम लिखने के बाद कंप्यूटर को भी तो समझ आन चाइये क्युकी computer high level लैंग्वेज को नही समझ सकता हैं क्युकी कंप्यूटर बाइनरी कोड (0 और 1 की फॉर्म में) को समझता हैं अब high level लैंग्वेज में प्रोग्राम लिख कर compile करा कर low level लैंग्वेज में बदल देते हैं जिस से कंप्यूटर को भी समझ आजाता हैं । अब जो बाइनरी कोड में होती हैं वो low level language कहलाती हैं । पर पहले ऐसा नही था पहले low level langauge में ही काम करना होता था पर अब तो high level प्रोग्रामिंग आने के बाद प्रोग्राम करना काफी हल्का हो चूका हैं ।
C programming language को कब और किसने विकशित किया -
अगर आप कोई भी programming भाषा सिखने जा रहे हैं तो use कब डेवेलोप किया और किसने विकशित किया या जान लेना बहुत ही जरूरी हैं ।
C programming langaue को डेनिस रिची (Dennis Ritchie) ने बेल्ल टेलीफोन प्रयोगशाला में सन् 19 में किया था जिसका उद्देश्य यूनिक्स (Unix) संचालन तंत्र का निर्माण करना था। UNIX operating system को develop करने के लिए C Programming Language को बनाया गया| जो की directly Hardware devices जैसे की Kernels, drivers etc. के साथ आसानी से interact कर सके|
C programing Language की परिभाषा –
C प्रोग्रामिंग एक सामान्य उपयोगी , high level लैंग्वेज , structure प्रोग्रामिंग की एक भाषा हैं जिसका उपयोग विभिन्न तरह एक software को बनाने में किया जाता हैं ।
सन 2001 में C programming पहली या दूसरी सबसे लिकप्रिय (बहुत ज्यादा उपयोग ) में लाने वाली भाषा हैं । आजकल भी बहुत सारे software platform पर C language उपयोग की जाती हैं । यदि आपको कोई भी प्रोग्रामिंग भाषा सीखनी हैं तो सबसे पहले जो basic हैं वो आपकी c प्रोग्रामिंग language ही है क्युकी शायद ही कोई कम्प्यूटर-प्लेटफार्म हो जिसके लिये सी का जावा, सी#(C-Sharp) आदि अनेक programming भाषाओं पर सी भाषा का गहरा प्रभाव देखा जा सकता है।
C programming langauge की विशेषताए | Features of C programming language in Hindi –
- C प्रोग्रामिंग को आसानी से समझा और लिखा जा सकता हैं ।
- C langaue high level langauge में आती हैं जिसमे आपको English , symbol डिजिट आदि का उपयोग करके प्रोग्राम लिखने होते हैं जो की बाद में low level में convert हो जाते हैं ।
- इसके द्वारा low level क्रिया को handle किया जा सकता हैं जैसे की उपर दिए गए पॉइंट में देख सकते हैं ।
- C langauge को विभिन्न तरह के कंप्यूटर पर आसानी स रन किया जा सकता हैं ।
- C programming language process / procedure (प्रक्रिया) provide करता है जिससे किसी भी program को अच्छे तरीके से लिखा जा सके|
- Computer programming बहुत ही ज्यादा मजबूत होती हैं जिसमे पहले से ही बहुत सारे function , opertaors होते हैं जिसके द्वारा कितने भी कठिन प्रोग्राम को लिखा जा सकता हैं ।
- आज जितने भी software बने हैं उनमे C प्रोग्रामिंग के concept का उपयोग किया जाता हैं ।
- Linux OS और RDBMS MYSQL C language में लिखे गए हैं|
- C language को middle level लैंग्वेज के नाम से भी जाना जाता हैं क्युकी इसमें high level langauge और low level langauge दोनों के फीचर होते हैं ।
C programming का उपयोग क्यों करे और इसको क्यों सीखे –
जैस की आप जानते ही होंगे 2001 तक भी C प्रोग्रामिंग पहली या दूसरी सबसे ज्यादा उपयोग में लाये जाने वाली भाषा थी अब C प्रोग्रामिंग क्यों सीखना जरूरी हैं और इसको सिखने से क्या होगा ।
यह सवाल आपके मन में आता ही होगा क्युकी C programming के सभी concept अन्य programming भाषा में देखने को मिलते हैं यदि आप अपना बेस बना लेते हैं तो आपके लिए अन्य भाषाओ को सीखना भी आपके लिए काफी आसान रहेगा क्युकी ज्यादातर C langauge के concept का ही उपयोग किया गया हैं । तो यदि आपको कोई भी अन्य प्रोग्रामिंग भाषा जैसे – PHP, C#, java आदि अनेक भाषाए सीखनी हैं तो सबसे पहले C language को अच्छे से समझे इसके कांसेप्ट को समझे और प्रोग्राम बनाये जिस से आपको कंप्यूटर langauge का अच्छा खासा ज्ञान हो जाये फिर आप अन्य भाषाए को समझने में काफी ज्यादा समर्थ होंगे ।
C programming language tutorials in Hindi | C in Hindi –
Tutorial शब्द से आप क्या समझते हैं जिसमे किसी भी टॉपिक से related सभी जानकारी हो , उस से संबधित सभी step हो और यदि प्रोग्रामिंग tutorial हैं तो उसमे syntax , code और example भी होने बहुत जरूरी हैं जिससे किसी भी प्रोग्रामिंग भाषा को समझना काफी आसान हो जाता हैं ।
यहाँ पर हम C langaue के सभी function,operators या कह सकते हैं सी प्रोग्रामिंग के सभी concept को विस्तार से example के साथ सीखेंगे । सी प्रोग्रामिंग tutorials में नए नए programming tutorials आते रहेंगे जिनसे आप आसानी से कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा को समझा पाएंगे ।
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