include() function का उपयोग एक PHP फाइल में अलग PHP files से content (content code) को लेन के लिए किया जाता हैं ।
Include को हिंदी में शामिल कहाँ जाता हैं जैसे include() function के नाम से ही समझा जा सकते हैं की इस फंक्शन का उपयोग एक PHP फाइल में content कोड को शामिल करने के लिए किया जाता हैं ।
साधरण Hindi भाषा में समझे तो
जब हम एक डायनामिक वेबसाइट बनाते हैं तो हम same कोड को सभी पेज से हटाकर अलग अलग PHP फाइल में सेव कर लेते हैं ।
अब जिस भी PHP फाइल (website page ) में हमे उस कोड की जरूरत पड़ती हैं उस PHP फाइल को include() function की मदत से include(शामिल) करा लेते हैं ।
जैसे की एक वेबसाइट में header ,footer और sidebar का content कोड हर पेज के लिए सामान ही होता हैं । हम पहले ही header,footer और sidebar के कोड को निकल कर अलग PHP फाइल मैं सेव कर लेते हैं हैं जैसे header.php, footer.php, sidebar.php .
अब इन PHP फाइल को हम सभी पेज में जहाँ header के कोड की जरूरत पड़ती हैं header की फाइल include करते हैं उसी जगह जहाँ header का कोड होना चाइये फिर sidebar का जहाँ हमे कोड लेके आना हैं वहां पर sidebar.php file को और ऐसे ही लास्ट मैं footer की फाइल को include करा लेते हैं । जिससे उस फाइल का कोड सभी page में आ जाता हैं ।
header, footer, sidebar का कोड सभी website के pages के लिए सामान ही होता हैं इसका मतलब ये हैं की जो कोड सभी फाइल के लिए same रहता हैं उसे ही हम अलग फाइल में सेव करके include करा लेते हैं अब जब भी हमें header,footer और sidebar में कुछ changes करनी होगी तो हम सिर्फ header, footer ,sidebar की PHP फाइल को ही चेंज करेंगे और वेबसाइट के सभी pages में जिसमे include() फंक्शन के द्वारा पेज को include कराया था सब में चेंज हो जायेगा ।
include() function का उपयोग अलग अलग PHP file से सभी कोड को प्राप्त करने के लिए किया जाता हैं । यदि आप किसी अन्य फ़ाइल के content code को एक पेज पर लाना चाहते हो तो आप include() फ़ंक्शन का उपयोग कर सकते हैं।
include() function के अंदर file नाम (ex- about.php) का नाम डिफाइन करना होता हैं । यदि फ़ाइल लोड करने में कोई समस्या है, तो include() फ़ंक्शन एक चेतावनी उत्पन्न करता है लेकिन स्क्रिप्ट execute(कोड रन होना) जारी रहता हैं ।
include("file_name.php");
इस सिंटैक्स में, हम include() फ़ंक्शन में हम अन्य फाइल का नाम लेते हैं जिस फाइल से कंटेंट कोड हमे लेके आना हैं।
चलिए उदाहरण से समझते हैं PHP include() function के उदाहरण से आपको अच्छे समझ आजायेगा ।
मान लीजिए कि वेबसाइट पर हमारे 3 पेज हैं। तीन पेज में header का कंटेंट कोड सामान हैं ।,sidebar का कोड सामान हैं और footer का कोड सामान हैं ।
यहाँ पर हम वेबसाइट के 3 पेज लेके चलेंगे । इसी के आधार पर आप बहुत सारे पेज में PHP include() function का use करना सिख जायेंगे ।
यदि include() function use न करे तो -
अब अगर आपको header में कुछ बदलाव करने हैं तो आप एक-एक करके तीन पेजों को एडिट करेंगे। अगर आपकी वेबसाइट पर 50 पेज हैं, तो आपको फिर से 50 पेज खोलने होंगे और header बदलना होगा।
इसमें बहुत समय लगता हैं बार बार एक ही कोड को हर एक पेज में चेंज करने के लिए जैसे हैडर का कंटेंट कोड ,फुटर का कंटेंट कोड और साइडबार का कंटेंट कोड ।
हम include() फ़ंक्शन का उपयोग करके इस समस्या को हल कर सकते हैं।
चलो एक उदाहरण से समझते हैं । मान लीजिए कि एक वेबसाइट में तीन पेज हैं।
1. index.php
2. about.php
4. service.php
1. Index file(index.php) का कंटेंट कोड -
<html>
Header
index body content
Sidebar
footer
</html>
2.About(about.php) पेज का कंटेंट कोड
<html>
Header
about main body content
Sidebar
footer
</html>
4. Service page(service.php) का कंटेंट कोड
<html>
Header
Service main body content
Sidebar
footer
</html>
जैसे की आप देख सकते हैं तीनो फाइल में हैडर,फुटर ,साइडबार का कोड सामान(same) हैं जो की वेबसाइट के हर एक पेज में सामान होता हैं । अब हम हैडर() फंक्शन का उसे करते हैं।
सबसे पहले सामान कंटेंट को तीनो फाइल से रिमूव(cut) करके नई फाइल में paste कर देना हैं ।
1. किसी भी वेबसाइट में header कोड अलग होता हैं जो की सबसे उपर मिल जाता हैं आपको header के पुरे कोड को रिमूव(cut) करके एक नई फाइल में paste कर देना हैं और उस फाइल को header.php के नाम से सेव कर लेने हैं । निचे header के कोड के लिए हमने 1 लाइन ही ली हैं जिस से आपको साफ़ हो जायेगा की कैसे include() function का use करते हैं ।
Header
2.यदि आपकी वेबसाइट में sidebar हैं तो आपको sidebar के कोड को तीनो पेज से रिमूव(cut) करके नई फाइल में paste कर देना हैं और उस फाइल को sidebar.php के नाम से सेव कर देना हैं ।
Sidebar
3. अब आपको footer के कंटेंट कोड को कॉपी करके एक नई फाइल में footer.php के नाम से सेव कर लेना हैं ।
footer
अब हमने header,footer,और sidebar के लिए तीन अलग PHP फाइल बना ली हैं । अब हम इन तीनो फाइल को index.php ,about.php और service.php में include कराएँगे ।
1.Index.php में header, footer और sidebar का कंटेंट कोड लेन के लिए हम include() फंक्शन का use इस प्रकर करते हैं । include() फंक्शन और फाइल का नाम देते हैं ।
<html>
<?php include("header.php"); ?>
index body content
<?php include("sidebar.php"); ?>
<?php include("footer.php"); ?>
</html>
2. about.php में भी हम हैडर,साइडबार और फुटर फाइल को include() फंक्शन के द्वारा कंटेंट कोड को शामिल कर देते हैं ।
<html>
<?php include("header.php"); ?>
about main body content
<?php include("sidebar.php"); ?>
<?php include("footer.php"); ?>
</html>
3. सर्विस पेज में भी हम इस तरह से PHP include() function की मदत से हैडर,साइडबार और फुटर का कंटेंट कोड शामिल करते हैं ।
<html>
<?php include("header.php"); ?>
Service main body content
<?php include("sidebar.php"); ?>
<?php include("footer.php"); ?>
</html>
वेबसाइट में कितने भी पेज हो सकते हैं यदि आप पहले से ही सामान कोड को निकल कर अलग फाइल में सेव करले तो ये आपके लिए बेनिफिट रहेगा क्युकी यदि आपको हैडर का कोड चेंज करना हैं तो आप सिर्फ header.php फाइल में चेंज करके आसानी से चेंज कर सकते हैं जिस से वो changes वेबसाइट के के सभी पेज में इफ़ेक्ट(effect) करता हैं ।
include() फंक्शन के अलावा आप require()function का भी यूज कर सकते हैं ।